‘समवेत’ पत्रिका के संस्थापक संपादक डॉ. नवीन नंदवाना हैं। वर्तमान में डॉ. नंदवाना मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में एसोसियेट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। वर्ष 2007 से ही डॉ. नंदवाना इस विभाग में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। वर्ष 2013 में डॉ. नवीन नंदवाना के संपादन में ‘समवेत’ नामक अर्द्धवार्षिक शोध पत्रिका का संपादन आरंभ हुआ, जो आज तक निरंतर जारी है। ‘समवेत’ के अब तक एकाधिक विशेषांक भी प्रकाशित हो चुके हैं जिनमें ‘आदिवासी विमर्श विशेषांक’, ‘भारतीय भक्ति साहित्य विशेषांक’, ‘21वीं सदी के हिंदी उपन्यासों पर केन्द्रित विशेषांक’ और ‘फणीश्वरनाथ रेणु विशेषांक’ विशेष चर्चा में रहे हैं।
डॉ. नवीन नंदवाना, हिंदी आलोचना की दिशा में एक चर्चित नाम है। देश के विभिन्न प्रांतों में आयोजित संगोष्ठियों और विविध संवाद कार्यक्रमों में अब तक 150 से अधिक व्याख्यान दे चुके हैं। अब तक उनकी 15 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, जो विशेष रूप से हिंदी कविता, नाटक, काव्यांग आदि विषयों पर आधारित हैं। आप राजस्थान प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों में हिंदी पाठ्यक्रम समिति के सदस्य भी हैं। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं और पुस्तकों में अब तक शताधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
डॉ. नवीन नंदवाना के अब तक के प्रकाशनों में 12 से अधिक पुस्तकें हैं और 100 से अधिक लेख और शोधपत्र विभिन्न पुस्तकों और पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। डॉ. नंदवाना स्वयं एक शोध निर्देशक हैं जिनके निर्देशन में कई विद्यार्थी अपनी शोध उपाधि प्राप्त कर चुके हैं और वर्तमान में भी कई शोधार्थी अपना शोधकार्य कर रहे हैं।
रचनाकार धर्मवीर भारती : एक पुनर्मूल्यांकन, हिंदी व्याकरण एवं रचना प्रबोध, कक्षा 9-12, राजस्थान पाठ्यपुस्तक मंडल, जयपुर, संत दादूदयाल : जीवन और साहित्य, हिंदी कविता : समय का शाब्दिक दस्तावेज, काव्यांग प्रभा आप द्वारा रचित पुस्तकें हैं। वहीं आपके संपादन में आधुनिक कविता : धार एवं धरातल, समकालीन हिंदी नाटक : समय और संवेदना, समकालीन कविता : विविध संदर्भ, नई सदी का साहित्य : चिंतन और चुनौतियाँ, साहित्य, कला और संस्कृति के उन्नयन में मीडिया का योगदान, आदिवासी समाज, संस्कृति और साहित्य, ध्वनि सिद्धांत : एक नया मूल्यांकन, आधुनिक काव्यधारा, अतीत से संभावनाओं की उड़ान तक..(मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर का इतिहास) और निबंध स्तबक, जैसी पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
डॉ. नंदवाना के अतिथि संपादन में माणिक्य लाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान, टीआरआई, उदयपुर से प्रकाशित हो रही पत्रिका ‘ट्राइब’ के दो अंक भी प्रकाशित हो चुके हैं। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के त्रै-मासिक न्यूजलेटर ‘उदयप्रभा’ के भी आप प्रधान संपादक हैं।
आपके कुशल संयोजन में विविध राष्ट्रीय संगोष्ठियों का सफल आयोजन हो चुका है। आपके द्वारा 150 से अधिक राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों और विश्वविद्यालय स्तरीय आयोजनों में शोधपत्र प्रस्तुति और व्याख्यान दिए जा चुके हैं। आप समवेत ध्वनि संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष हैं। देशभर की विविध साहित्यिक संस्थाओं से आप अपनी हिंदी सेवाओं के कारण सम्मानित हो चुके हैं।
- स्ववृत्त सार-
डॉ. नवीन कुमार नंदवाना सह आचार्य (एसोसियेट प्रोफेसर), हिंदी विभाग, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर, (राजस्थान) 313 001 |
संपर्क | : | ए-जी-9, रामेश्वरम् अपार्टमेंट, हनुमान नगर, मनवाखेड़ा, उदयपुर (राज) पिन कोड 313003, मोबाइल- 09828351618, 09462751618 nandwana.nk@gmail.com |
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जन्म | : | 22 जुलाई, 1977 | |
शिक्षा | : | एम.ए. (हिन्दी एवं इतिहास), पीएच.डी., स्लेट, बी.एड., बी.जे.एम.सी. | |
अध्यापन अनुभव | : | 13 वर्ष (स्नातक, स्नातकोत्तर, एम.फिल. अध्यापन) | |
शोध परियोजना | : | यूजीसी द्वारा स्वीकृत लघु शोध परियोजना पर कार्य पूर्ण।
रूसा द्वारा वित्तपोषित वृहत शोध परियोजना पर कार्य जारी। |
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शोध निर्देशन | : | अब तक 06 पीएच.डी. व 05 एम.फिल. छात्रों का शोध निर्देशन पूर्ण।
06 विद्यार्थी पीएच.डी. शोधरत। |
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पुस्तक प्रकाशन | : | 1. | रचनाकार धर्मवीर भारती : एक पुनर्मूल्यांकन |
: | 2. | हिंदी व्याकरण एवं रचना प्रबोध, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राज. | |
: | 3. | संत दादूदयाल : जीवन और साहित्य | |
: | 4. | हिंदी कविता : समय का शाब्दिक दस्तावेज | |
: | 5. | काव्यांग प्रभा | |
संपादित पुस्तकें | : | 6. | आधुनिक कविता : धार एवं धरातल |
: | 7. | समकालीन हिन्दी कविता : विविध संदर्भ | |
: | 8. | समकालीन हिन्दी नाटक : समय और संवेदना | |
: | 9. | नई सदी का साहित्य : चिंतन और चुनौतियाँ | |
: | 10. | आदिवासी समाज, संस्कृति और साहित्य | |
: | 11. | साहित्य कला व संस्कृति के उन्नयन में मीडिया का योगदान | |
: | 12. | आधुनिक काव्यधारा | |
शोध पत्रिका का प्रकाशन | : | ‘समवेत’ नामक अर्द्धवार्षिक शोध पत्रिका का वर्ष 2013 से निरंतर संपादन, अब तक कुल 16 अंक प्रकाशित। | |
अतिथि संपादन | : | माणिक्यलाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान,टी.आर.आई. उदयपुर की प्रतिष्ठित पत्रिका ‘ट्राइब‘ के दो अंकों का अतिथि संपादन। | |
शोध आलेख प्रकाशन | : | 47 पत्र-पत्रिकाओं में | |
पुस्तकों में संकलित आलेख | : | 23 | |
पुस्तक समीक्षाएँ | : | 17 | |
समाचार पत्रों में प्रकाशन | : | 06 | |
संगोष्ठी आयोजन | : | 05 | |
व्याख्यान / वक्तव्य | : | 72 | |
शोध पत्र प्रस्तुति | : | 43 (राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में) | |
सृजनात्मक लेखन | : | कुछ कविताओं और कहानियों का प्रकाशन | |
सम्मान | : | श्रेष्ठ शिक्षक सम्मान, 2012 | |
: | आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी राष्ट्रीय सम्मान, 2014 | ||
: | श्रीमती सरबती देवी गिरधारीलाल सिहाग साहित्य सम्मान, 2015 | ||
: | नाना भाई खाँट शिक्षक गौरव सम्मान, 2016 | ||
: | विश्व हिंदी सेवी सम्मान, 2017 | ||
पाठ्यक्रम समिति सदस्य | : | 06 विश्वविद्यालयों की पाठ्यक्रम समिति का सदस्य। | |
आकाशवाणी वार्ताएँ | : | समय-समय पर आकाशवाणी वार्ताएँ प्रसारित। |